Shark Tank India-3: हर लड़की की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है ये Startup, जानिए 22 साल की अनुष्का ने कैसे खड़ा किया ऐसा Business
इस स्टार्टअप का नाम है पॉलिश मी प्रिटी (Polish Me Pretty), जिसकी फाउंडर हैं पुणे की रहने वाली 22 साल की अनुष्का रेले (Anoushka Rele). उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद जून 2022 में शुरू किया था.
शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन (Shark Tank India-3) में बड़े-बड़े बिजनेस तो खूब आ रहे हैं, लेकिन कुछ छोटा बिजनेस (Business) भी सबको इंप्रेस कर रहे हैं. हाल ही में एक ऐसा ही स्टार्टअप आया, जिसकी फाउंडर की उम्र महज 22 साल थी. अगर आपको हैरानी हो रही है तो ये जानकर आपके होश उड़ जाएंगे कि इससे पहले भी वह 2 तरह के बिजनेस अकेले कर चुकी हैं और एक बिजनेस मां के साथ चला चुकी हैं. स्टार्टअप (Startup) के आइडिया से तमाम शार्क इंप्रेस हुए, लेकिन निवेश किया सिर्फ पीयूष बंसल ने. आइए जानते हैं क्या करता है ये स्टार्टअप और कैसे महज 22 साल की उम्र में इस लड़की ने ये बिजनेस खड़ा कर दिया.
इस स्टार्टअप का नाम है पॉलिश मी प्रिटी (Polish Me Pretty), जिसकी फाउंडर हैं पुणे की रहने वाली 22 साल की अनुष्का रेले (Anoushka Rele). उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद जून 2022 में शुरू किया था. अनुष्का का मानना है जिस तरह बालों और चेहरा का मेकअप हर लड़की के लिए बहुत जरूरी है, वैसा ही मैनिक्योर भी जरूरी है. अनुष्का कहती हैं कि इसके बिना किसी पार्टी में जाने पर लगता है कि हमारा कोई बॉडी पार्ट ही मिशिंग है. इसके तहत ही नेल आर्ट भी किया जाता है. अगर यही काम कराने के लिए सलून जाया जाए तो आपको वो बहुत महंगे भी पड़ते हैं और कई दिनों तक वह आपके नाखून पर लगे भी रहते हैं.
क्या खासियत है इन नेल्स की?
इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए अनुष्का ने इस स्टार्टअप की शुरुआत की. इनके स्टार्टअप के तहत 200 से भी अधिक रंग के नेल कलर्स मिलते हैं. आप चाहे तो अपने फेवरेट नेल आर्ट को इस स्टार्टअप से कस्टमाइज भी करवा सकते हैं. यह नेल हैंडमेड, हैंड पॉलिश्ड और हैंडिक्राफ्ट हैं. साथ ही यह करीब 5 बार तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
अनुष्का ने 2022 में ही स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन, मु्ंबई से ग्रेजुएशन पूरी की है. यह स्टार्टअप भी उनका एक स्कूल प्रोजेक्ट था, जिसे उन्होंने अपना बिजनेस ही बना लिया. इससे पहले 14 साल की उम्र में अनुष्का ने अपनी मां के साथ एक कपकेक वैन का बिजनेस चलाया था. 17-18 साल की उम्र में उन्होंने कुछ इंस्टाग्राम पेज चलाए थे, जिस पर वह स्टेशनरी और कपड़े बेचती थीं. 2019 में उन्होंने एक स्ट्रीटवीयर ब्रांड खोला था, जो बाद में चल नहीं पाया और बंद हो गया.
Gen Z पर है अनुष्का का फोकस
अनुष्का मैनिक्योर-पैडिक्योर से जुड़ी हर चीज में आगे जाकर बिजनेस को ले जाना है. वह कहती हैं कि अभी भी ऐसे कई ब्रांड हैं मार्केट में, जो ये करते हैं, लेकिन अनुष्का का फोन जेनजी (Gen Z) यानी आज की जनरेशन है. जो लोग अभी इस बिजनेस में हैं, उनकी पैकेजिंग बहुत ही बोरिंग है और उनका सोशल मीडिया हैंडल तो जैसे डेड है.
इसमें दो एल्कोहल पैड हैं, जिनसे नेल को डीहाइड्रेट किया जाता है और फिर उसी पैक में दिए ग्लू से इसे नाखून पर चिपका दिया जाता है. इसके एक पैक की कीमत करीब 1300 रुपये हैं. मार्केट के नेल एक बार इस्तेमाल होते हैं और वह मशीन से बनते हैं, इसलिए जल्दी टूट जाते हैं. यह नेल हैंडमेड हैं, इसलिए इनकी क्वालिटी काफी अच्छी होती है.
13 हजार का जूता 1 लाख में बेचा, फिर शुरू किया बिजनेस
अनुष्का ने ये बिजनेस शुरू करने के लिए अपने मां-बाप से कोई पैसा नहीं लिया, बल्कि खुद के ही पैसे इसमें लगाए. उन्होंने बताया कि उस वक्त नाइकी स्नीकर्स के लिमिटेड एडिशन शूज की एक खेप आई थी. उन्होंने करीब 13 हजार रुपये में वह शूज खरीदे थे और कुछ समय बाद उन्हें 1 लाख रुपये में बेच दिया. इससे उनके पास बिजनेस करने के लिए पैसे जमा हो गए.
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए अनुष्का ने जस्टडायल का इस्तेमाल करते हुए पुणे से नेल आर्टिस्ट ढूंढे. हालांकि, उनके मन वाला कोई आर्टिस्ट नहीं मिला. फिर उन लोगों को बताया कि उन्हें किस तरह का डिजाइन चाहिए और उसे उन लोगों से बनवाया. अनुष्का कहती हैं कि इस बिजनेस में उनके परिवार ने उनकी खूब मदद की है. जब उन्हें पहला बड़ा ऑर्डर ब्लिंकइट से आया, तो रात के 3 बजे तक दादी, मासी, बहनें सभी नेल पैक करने में मदद कर रहे थे. जब पापा से बताया कि ये बिजनेस करना है, तो उन्होंने भी हां कर दी और बिजनेस शुरू हो गया.
कैसा है प्रोडक्ट, क्या है कीमत?
विनीता ने जब प्रोडक्ट को देखा तो उसमें बहुत सारी स्पेलिंग मिस्टेक निकालीं. इस पर अनुष्का ने कहा कि वह इसे ठीक करवाएंगी. अनुपम मित्तल ने पूछा कि पापा से पैसे क्यों नहीं लिए तो वह बोलीं कि पापा ने कहा खुद ब्रांड शुरू करो, खुद पैसे उठाओ, खुद बनाओ बिजनेस. अभी भारत में नेल मार्केट का साइज करीब 9000 करोड़ रुपये का है, जिसमें से 99 फीसदी सिर्फ नेल पॉलिस का है.
क्या है बिजनेस की सेल?
अक्टूबर 2023 में इस स्टार्टअप ने करीब 160 बॉक्स बेचे हैं. इस बिजनेस की लाइफटाइम सेल 15.5 लाख रुपये है. दिसबंर 2023 में उनकी सबसे बड़ी सेल हुई है, जो 6.54 लाख रुपये की थी. इस साल यानी 2023-24 में उनकी कुल सेल 20 लाख रुपये तक रहने का अनुमान है. वहीं अगले साल वह 50 लाख रुपये का बिजनेस करने का अनुमान लगा रही हैं.
32 हफ्तों तक जेप्टो को भेजा एक ही मेल
अनुष्का ने बताया कि काफी कोशिशों के बाद वह ब्लिंकइट पर लाइव हो गईं. उसके बाद उन्होंने जेप्टो पर लाइव होने की कोशिश शुरू कर दी. इसके लिए वह 32 हफ्तों तक हर सोमवार को जेप्टो को एक ईमेल भेजती थीं कि उनका बिजनेस ब्लिंकइट पर है और जेप्टो पर भी उन्हें मौका दिया जाए. 32 हफ्तों के बाद उनकी मेहनत रंग लाई. अनुष्का बताती हैं कि उनके पापा ने उनसे कहा था- बेशर्मी से दरवाजा खटखटाते रहो, कोई ना कोई कभी ना कभी तो दरवाजा जरूर खोलेगा. अनुपम मित्तल ने उनके पिता की काफी तारीफ भी की. बता दें कि अपनी वेबसाइट पर अनुष्का का ये प्रोडक्ट 1299 रुपये में बिक रहा है, जबकि ब्लिंकइट पर 660 रुपये और जेप्टो पर 770 रुपये में बिक रहा है.
पीयूष गोयल से मिली डील
शार्क टैंक में आकर अनुष्का ने 1 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 25 लाख रुपये के बदले 25 फीसदी इक्विटी की पेशकश की. उन्होंने कहा कि फंडिंग के पैसों से वह मार्केटिंग करेंगी और टीम बनाएंगी. पीयूष गोयल ने उन्हें 25 लाख रुपये के बदले 25 फीसदी इक्विटी लेने का ऑफर किया, जबकि विनीता सिंह ने 51 लाख रुपये के बदले 51 फीसदी इक्विटी लेने की पेशकश की. बाकी सभी शार्क इस डील से आउट रहे. अनुष्का ने अंत में अपने पापा से सलाह-मशवरा करने के बाद पीयूष गोयल की डील ले ली.
01:10 PM IST